क्रिसमस क्यों मनाया जाता है ? 2023!
- Date
Christmas क्यों मनाया जाता है ? ( Christmas Day kyu manaya jata hai ? ) आप भी कभी ये सोचते होंगे।
ये ईसाई लोगों का एक पर्व है जो दिसंबर (December) में आता है। पर क्या आप जानते है की आखिर Christmas क्यों मानते है ?
क्रिसमस एक प्रमुख ईसाई धर्मिक त्योहार है जो यीशु मसीह के जन्म की खुशी के मौके पर मनाया जाता है। इसे हर साल 25 दिसम्बर को मनाया जाता है।
क्रिसमस ( Christmas ) का उद्देश्य यीशु के जन्म की खुशी के साथ समर्पित होना है और उनके आगमन को याद करना है।
क्रिसमस क्यों मनाते हैं इसके बहोत से कारन है।
क्रिसमस के दौरान, लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं, खास तौर पर बच्चे क्रिसमस के प्रतीक और परंपराओं के तहत उपहार प्राप्त करते हैं।
क्रिसमस के प्रमुख प्रतीक जैसे कि क्रिसमस का पेड़, गुड़िया, और रेखांकन भी की जाती हैं।
इसके अलावा, क्रिसमस के दौरान धार्मिक आयोजनों, संगीत कार्यक्रमों, और चर्चों ( Church ) के आयोजन होते हैं। क्रिसमस का मतलब भी दान और मदद करने का होता है, और यह त्योहार क्रिसमस कैरिटेबलिटी के लिए एक मौका भी होता है।
क्रिसमस कब मनाया जाता है?
क्या आप नहीं जानते है ही क्रिसमस कब है ( Christmas kab hai ) ? क्रिसमस हर साल 25 दिसम्बर को मनाया जाता है। यह तारीख क्रिसमस के मूल धार्मिक महत्व के साथ है, क्योंकि ईसाई धर्म के अनुसार, यीशु मसीह का जन्म इसी दिन हुआ था। क्रिसमस के दौरान, लोग यीशु के जन्म को याद करने के रूप में विभिन्न आयोजनों और परंपराओं में भाग लेते हैं और इसे खुशी के साथ मनाते हैं। तो अब हम जानेंगे की क्रिसमस क्यों मनाया जाता है ?
त्योहार का नाम | क्रिसमस डे |
---|---|
मनाने की तिथि | 25 दिसंबर |
महत्व | यीशु मसीह के जन्म की खुशी के साथ मनाया जाने वाला धार्मिक त्योहार |
मनाने का तरीका | चर्च जाना, उपहार देना, सजावट करना, क्रिसमस पेड़ सजाना, सांता क्लॉज के आगमन का इंतजार करना, खास भोजन बनाना |
प्रमुख परंपराएँ | क्रिसमस का पेड़ सजाना, सांता क्लॉज के आगमन का इंतजार करना, क्रिसमस कैरोल गाना, उपहार देना |
सांता क्लॉज | बच्चों के लिए उपहार देने का प्रतीक, सांता क्लॉज का आगमन क्रिसमस रात को होता है |
प्रमुख खाद्य पदार्थ | तुरकी, हैम, प्याज, कैरोल्स, केक, कैंडी, फ्रूट केक, ग्लुहवाइन, इत्यादि |
क्रिसमस डे विशेष रूप से परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का अवसर होता है, और इसे खुशी, आदरणीयता, और ख़ुशियों के साथ मनाने का मौका प्रदान करता है।
क्रिसमस का मतलब भी अच्छाई, दानशीलता, और प्यार का होता है, और इसे व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मनाते हैं।
क्रिसमस क्यों मनाते हैं?
क्रिसमस का मुख्य उद्देश्य ईसाई धर्म में यीशु मसीह के जन्म की खुशी के अवसर पर मनाना है। यह त्योहार यीशु के जन्म के घटनाक्रम को याद करने और समर्पण करने का मौका है जिसमें लोग उनके आगमन को याद करते हैं और उनके संदेशों को मानने का आजमाते हैं। यही है असली वजह की क्रिसमस क्यों मनाते हैं ।
क्रिसमस (Christmas) के दौरान, लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं और एक-दूसरे को उपहार देते हैं। इसके अलावा, धार्मिक आयोजन, चर्च में सेवाएँ, कैरिटेबल गतिविधियाँ, और सामाजिक सद्भावना के कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं।
क्रिसमस का मतलब भी दानशीलता, मोहब्बत, और शांति का होता है, और यह एक साथ आने वाले लोगों के बीच साझा किया जाता है। इसके अलावा, क्रिसमस का महत्व व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर लोगों के लिए एक अवसर होता है जिसमें वे अपने साथी मानवों के प्रति आदर्शों को अमल में लाते हैं।
क्रिसमस ट्री क्या है? ( What is Christmas Tree )
क्रिसमस ट्री ( Christmas Tree ) एक प्रमुख प्रतीक है जो क्रिसमस के त्योहार के दौरान उपयोग में लिया जाता है। यह एक पेड़ की तरह होता है, जिसे धूप, लाइट्स, गहनों, और अन्य सजावटों से सजाया जाता है। क्रिसमस ट्री का सजावट करना और उसे घरों में रखना क्रिसमस की धार्मिक और सामाजिक परंपरा का हिस्सा है।
क्रिसमस ट्री की शुरुआत पूर्वी यूरोप के पैगन (गैर-ईसाई धर्म) धार्मिक परंपराओं से जुड़ी है, जहां पेड़ को सजाया जाता था ताकि लोग सर्दियों में जन्म के प्राकृतिक आगमन का चिन्ह देख सकें। इस परंपरा को ईसाई धर्म में शामिल किया गया और क्रिसमस के मौके पर क्रिसमस ट्री को सजाने की आदत बन गई।
क्रिसमस ट्री ( Christmas Tree ) को अक्सर पाइन ट्री के रूप में चुना जाता है, क्योंकि पाइन ट्री का पेड़ सर्दियों में भी हरा बना रहता है और इसकी पत्तियां भी सदैव हरी रहती हैं। क्रिसमस ट्री को धूप, लाइट्स, गहने, टिंकलिंग बुल्ब्स, और अन्य सजावटों से सजाया जाता है, और इसे गाने और उपहारों के नीचे रखा जाता है।
क्रिसमस ट्री को सजाने का उद्देश्य खुशी और आदर्शों की याद दिलाना है, और यह त्योहार के मौके पर घर को सजाने का एक सुंदर तरीका है।
क्रिसमस ट्री की कहानी क्या है ?
क्रिसमस ट्री (Christmas Tree) की कहानी क्रिसमस के मूल धार्मिक महत्व से संबंधित है, जिसमें यीशु मसीह के जन्म के घटनाक्रम के साथ जुड़ी गई है।
इस कहानी के अनुसार, पारंपरिक रूप से कहा जाता है कि एक बार की बात है, जीरोसेलम में बेथलहम नामक शहर में यीशु का जन्म हुआ था। मारीया और यूसुफ नामक एक यूँग कपल की यह आदिकथा है जिन्होंने एक छोटे से गुफा (मेंज) में यीशु को जन्म दिया।
जन्म के समय, एक चमकता हुआ सितारा (स्टार) स्वर्ग से आकर्षित होकर बेथलहम के ऊपर रुका और उसका चमकना लोगों को सूचित किया कि मसीह जन्मा है। इस चमकते सितारे के निशाने पर, कई बदशाह या राजा भी आये और यीशु को समर्पित करने के लिए उपहार लेकर आए।
क्रिसमस ट्री की कहानी ( Story of Christmas Tree ) में यह बताया जाता है कि यीशु का जन्म सभी मानवों के लिए एक उपहार है, और इसलिए क्रिसमस ट्री को उसकी याद में सजाया जाता है। इसे पाइन ट्री के रूप में चुना जाता है क्योंकि पाइन ट्री का पेड़ सर्दियों में हरा रहता है और यह दिखाता है कि जीवन का पुनर्निर्माण और सजीव होना संभव है।
क्रिसमस के प्रतीक क्या क्या है ?
क्रिसमस का पर्व में क्रिसमस के प्रतीक और परंपराएँ विभिन्न देशों और कल्चरों में भिन्न हो सकती हैं, लेकिन कुछ प्रमुख क्रिसमस के प्रतीक और परंपराएँ निम्नलिखित हैं:
- क्रिसमस का पेड़ (Christmas Tree): क्रिसमस का पेड़ (Christmas Tree) सबसे प्रमुख क्रिसमस का प्रतीक है। यह एक पेड़ की तरह होता है, जिसे धूप, लाइट्स, गहनों, टिंकलिंग बुल्ब्स, और अन्य सजावटों से सजाया जाता है। इसका मतलब है जीवन के पुनर्निर्माण और सजीवता का।
- क्रिसमस का शान्ति दूत (Christmas Peace Dove): क्रिसमस के प्रतीक में एक शान्ति की ख़बर लाने वाला कबूतर (दूत) भी होता है। यह शांति और प्यार का प्रतीक होता है।
- क्रिसमस के बूट (Christmas Stockings): क्रिसमस के बूट एक प्रतीक हैं जो बच्चे रात को सोते समय अपने बेड के पास रखते हैं, जिन्हें भरपूर उपहारों से भर दिया जाता है।
- क्रिसमस के श्रेणीचिन्ह (Christmas Ornaments): क्रिसमस के श्रेणीचिन्ह विभिन्न आकारों और रंगों के होते हैं और क्रिसमस ट्री पर सजाए जाते हैं। ये ट्री को सुंदर बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
- क्रिसमस के बेल्स (Christmas Bells): क्रिसमस के बेल्स ध्वनि का प्रतीक होते हैं और खुशी और समृद्धि की ख़बर लाते हैं।
- क्रिसमस के कैंडी केन (Christmas Candy Cane): कैंडी केन आमतौर पर मीठी चीजों के खिलौने के रूप में उपयोग किए जाते हैं और इन्हें क्रिसमस पर ट्री पर लटका जाता है।
- सांता क्लॉज (Santa Claus): सांता क्लॉज भी क्रिसमस का प्रमुख प्रतीक हैं, और वे बच्चों के पास उपहार पहुंचाने के रूप में माने जाते हैं।
- क्रिसमस के कृपाणु (Mistletoe): कृपाणु क्रिसमस पर प्यार और एकता का प्रतीक माना जाता है, और लोग इसे अकबर और प्यार के मौके पर अपने घरों में लटकाते हैं।
ये प्रतीक और परंपराएँ अलग-अलग रूपों में विकसित होती हैं और विभिन्न कल्चरों और परंपराओं में मनाई जाती हैं, लेकिन सभी क्रिसमस के आत्मिक महत्व को साझा करती हैं - खुशी, सजीवता, और प्यार के साथ यीशु मसीह के जन्म को याद करना।
क्रिसमस डे कैसे मनाया जाता है?
क्रिसमस डे को मनाने के तरीके विभिन्न देशों और कल्चरों में भिन्न हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य प्रथाएँ और आयोजन निम्नलिखित होते हैं, जिन्हें लोग क्रिसमस के दिन अनुसरण करते हैं:
- क्रिसमस की सुबह का आयोजन: क्रिसमस के दिन लोग सुबह में चर्च जाते हैं और यीशु मसीह के जन्म की खुशी में प्रार्थना करते हैं।
- उपहार देना: क्रिसमस के दिन लोग एक-दूसरे को उपहार देते हैं, जिन्हें क्रिसमस के बूट (Christmas stockings) में रखकर दिया जाता है। यह उपहार बच्चों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं।
- सजावट और क्रिसमस ट्री: घरों को क्रिसमस के आगमन के लिए सजाया जाता है। यहां तक कि क्रिसमस का पेड़ (Christmas tree) लगाया जाता है, जिसे सजाने के बाद उसकी ओर से उपहार दिए जाते हैं।
- क्रिसमस भोजन: क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ विशेष भोजन करते हैं। यह भोजन विभिन्न खासियतों और परंपराओं के अनुसार हो सकता है, लेकिन इसमें आमतौर पर मीट, ग्रेवी, और मिठाई शामिल होती हैं।
- सांता क्लॉज का आगमन: कुछ स्थानों पर, विभिन्न क्रिसमस कार्यक्रमों में सांता क्लॉज का आगमन होता है, जिन्हें बच्चे खुशी-खुशी स्वागत करते हैं और उनसे उपहार प्राप्त करते हैं।
- कैरिटेबलिटी: क्रिसमस के दिन कैरिटेबल गतिविधियाँ भी आयोजित होती हैं, और लोग दरिद्रों और जरूरतमंदों की मदद करने का प्रयास करते हैं।
- म्यूजिक और कारोल्स: क्रिसमस के दिन लोग क्रिसमस कारोल्स गाते हैं और संगीत कार्यक्रमों में भाग लेते हैं, जिनमें क्रिसमस से संबंधित गीत और कारोल्स गाए जाते हैं।
- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना: क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं और आपसी मोहब्बत और आदरणीय संबंधों का मौका मनाते हैं।
क्रिसमस के दिन का मौलिक उद्देश्य यीशु मसीह के जन्म की खुशी के साथ समर्पण करना और प्यार और आदर का अनुभव करना होता है, जिसे ऊपर दिए गए तरीकों से मनाया जाता है।
मैरी क्रिसमस का मतलब ( Meaning of Merry Christmas in Hindi )
क्या आपको भी नहीं पता है ? मेरी क्रिसमस का हिंदी अर्थ ( Merry Christmas meaning in Hindi ) मेरी क्रिसमस एक अंग्रेजी वाक्य है जो क्रिसमस के दिन या सीज़न के दौरान अपने दोस्तों, परिवार सदस्यों या अन्य लोगों को खुशकिश्मती और शुभकामनाएँ देने के लिए प्रयुक्त होता है। मेरी क्रिसमस का मतलब होता है क्रिसमस की शुभकामनाएँ या क्रिसमस मुबारक हो। यह एक प्यारी और आदरणीय तरीका होता है अपने प्रियजनों को क्रिसमस के दिन की शुभकामनाएँ देने का।
कौन है सांता क्लॉज ?

सांता क्लॉज (Santa Claus) एक पॉप कल्चर के हिस्से के रूप में एक प्रमुख ख़ुदाईक़िंग है, जो क्रिसमस के दिन बच्चों को उपहार देने का काम करता है। सांता क्लॉज का कार्य बच्चों के लिए ख़ुशी और अच्छाई का प्रतीक माना जाता है और वे क्रिसमस के दिन उनके आने का इंतजार करते हैं।
सांता क्लॉज का कार्यक्षेत्र विशेष रूप से पश्चिमी दुनिया में प्रसिद्ध है, लेकिन उनके विवरण और कथाएँ विभिन्न देशों और कल्चरों में थोड़े-बहुत भिन्न हो सकते हैं।
सांता क्लॉज की कथाओं में यह कहा जाता है कि वे उत्तरी ध्रुव पर बसे हुए देश आवासी हैं और क्रिसमस के दिन उन्हें उनकी उपहारों की डिलीवरी के लिए उनकी उसी जगह का यात्रा करनी पड़ती है। उनकी परिचयी छवि में वे एक मोटे, सफेद दाढ़ीवाले पुराने आदमी के रूप में प्रस्तुत होते हैं, जिन्हें लाल रंग का पोशाक पहनी होती है। वे एक स्लेड पर बैठे होते हैं, जिसमें उनके साथ उनके गुड़ियों और उपहार होते हैं, और वे एकड़ द्वारा आकर्षित किए जाते हैं।
सांता क्लॉज की कथाओं का उद्देश्य बच्चों को ख़ुशी और आदरणीयता की भावना प्रदान करना है और क्रिसमस के दिन के ख़ुश मोमेंट्स को यादगार बनाना है।
कहां रहते हैं सांता क्लॉज और उनका पता ?
सांता क्लॉज की कथाओं और परंपराओं में उनका आवास सांता क्लॉज के द्वारा उत्तरी ध्रुव (North Pole) पर माना जाता है। उनका आवास वहां के एक हिमाचल प्रदेश में स्थित है जिसे "सांता क्लॉज का घर" कहा जाता है। इसके बावजूद, यह सिर्फ एक पॉप कल्चर का हिस्सा है, और वास्तविकतः किसी ऐसे व्यक्ति का आवास नहीं होता जो उत्तरी ध्रुव पर रहता है।
सांता क्लॉज के पता जाने के लिए कई देशों में उपहारों को उनके ख़ुद के बूट में रखकर उनके आगमन का इंतजार किया जाता है, और बच्चे उस बूट से उपहार प्राप्त करते हैं। यह ख़ुदाईक़िंग की भावना को बच्चों में बढ़ावा देने का माध्यम होता है।
सांता क्लॉज का कार्य और उनका आवास केवल एक पॉप कल्चर होता है, और यह क्रिसमस की मनोरंजन और ख़ुशी के एक हिस्से के रूप में माना जाता है।
सांता का पता है ( Santa Claus Address )
हां, कुछ देशों और संगठनों में, बच्चे सांता क्लॉज को एक पता देने के लिए उनके ख़ुद के बूट में अपनी उपहारों को रखते हैं। इस परंपरा के अनुसार, बच्चे उनके आगमन का इंतजार करते हैं और रात के समय बूट में अपने उपहारों को छोड़ देते हैं। सांता क्लॉज के आगमन के बाद, उन्हें यह उपहारों का पता होता है, और वे उन्हें खुशी-खुशी प्राप्त करते हैं।
यह परंपरा बच्चों को क्रिसमस के दिन के ख़ुशी और आदरणीयता के साथ सांता क्लॉज के आगमन का अनुभव करने का मौका देती है और उन्हें उनके उपहारों की आश्वस्तता प्रदान करती है। यह त्योहार के मौसम के दौरान बच्चों के लिए बड़ा ही ख़ास होता है।
क्रिसमस क्यों बनाया जाता है ( Christmas Kyu Banaya Jata Hai )
क्रिसमस (Christmas ) को क्रिसमस के त्योहार का महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता है और इसे विभिन्न कारणों से बनाया जाता है:
- सांता क्लॉज के लिए आगमन: क्रिसमस पेड़ के नीचे उपहार रखे जाते हैं, जिन्हें सांता क्लॉज बच्चों को देने आते हैं। पेड़ के नीचे उपहार रखने का यह प्रथा है ताकि बच्चे सुबह उनके उपहार प्राप्त कर सकें।
- प्रकृति के प्रति आदर: क्रिसमस पेड़ को प्राकृतिक पौधों की एक प्रतिनिधि के रूप में देखा जाता है, और इससे प्राकृतिक संसार के प्रति आदर और संरक्षण की भावना को प्रकट किया जाता है।
- क्रिसमस की खुशी का प्रतीक: क्रिसमस पेड़ का सजावट समर्थन और प्यार की भावना को प्रकट करता है और यह त्योहार की खुशी को बढ़ावा देता है।
- पूरे घर को सजाने का अवसर: क्रिसमस पेड़ को सजाने का अवसर पूरे घर को सजाने और साझा करने का मौका प्रदान करता है, और लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं।
इन कारणों से क्रिसमस पेड़ को क्रिसमस के त्योहार का महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता है और यह त्योहार के मनाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। उम्मीद है आपको समझ आ गया होगा की क्रिसमस क्यों बनाया जाता है ( Christmas Kyu Banaya Jata Hai ) .
25 दिसंबर को बड़ा दिन क्यों कहते हैं ?
25 दिसंबर को बड़ा दिन कहा जाता है क्योंकि इस दिन क्रिसमस का आचरण किया जाता है, जिसे यीशु मसीह के जन्म की खुशी के साथ मनाया जाता है। इस दिन क्रिसमस के पूजा, प्रार्थना, उपहार देना, सजावट करना, और परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना होता है।
25 दिसंबर (25 December) को क्रिसमस के दिन के रूप में मनाया जाता है क्योंकि पूर्वी रोमन साम्राज्य के अंधकर्ण के तहत इस दिन को यीशु मसीह के जन्म की खुशी के रूप में मनाया जाता था। यह तारीख क्रिसमस के आचरण का पूरी दुनिया में सामान्य रूप से पालन की जाती है और यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सामाजिक त्योहार है।
क्रिसमस के दिन को "बड़ा दिन" कहने का मतलब है कि यह दिन क्रिसमस के त्योहार का मूख्य दिन होता है और लोग इसे खासी धूमधाम से मनाते हैं। यह दिन खुशी और सजीवता के साथ मनाने के लिए महत्वपूर्ण होता है और लोग अपने प्रियजनों के साथ इसका आनंद लेते हैं।
सबसे पहले कहाँ मनाया गया क्रिसमस?
क्रिसमस का पहला आचरण (celebration) पूर्वी रोमन साम्राज्य में नहीं, बल्कि पूरी तरह से यहूदी धर्म के तहत था। इसका मूख्य उद्देश्य यीशु मसीह के जन्म की खुशी के साथ मनाना था। प्रारंभ में, क्रिसमस का उत्सव 25 दिसंबर को मनाया जाता था, जो कि यीशु के जन्म के साथ ही होता था।
क्रिसमस का प्रारंभिक आचरण कैथोलिक चर्च के अंधकर्ण के तहत हुआ था, और इसका उद्देश्य यीशु के जन्म की महत्वपूर्ण घटना को याद करना और मनाना था। इस उत्सव के साथ-साथ क्रिसमस के बारे में कई पूरी दुनिया में पॉप कल्चर और परंपराएँ विकसित हुईं, जिनमें क्रिसमस का पेड़, सांता क्लॉज, और उपहार देने की प्रथा शामिल हैं।
इस प्रकार, क्रिसमस का प्रारंभ यूरोपीय और आधुनिक पॉप कल्चर के तहत हुआ था, और अब यह पूरी दुनिया में मनाया जाता है, लेकिन इसका मूख्य धार्मिक महत्व हमेशा ही उसकी मूल उपदेश के साथ जुड़ा रहा है।
क्रिसमस कहां मनाया जाता है ?
क्रिसमस पूरे विश्व में मनाया जाता है, और यह एक बड़ा और प्रसिद्ध धार्मिक त्योहार है। क्रिसमस का आचरण हर साल 25 दिसंबर को होता है, जो कि यीशु मसीह के जन्म के मौके पर मनाया जाता है। यह दिन खुशी, आदरणीयता, और ख़ुशियों का प्रतीक होता है और लोग इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ मनाते हैं।
क्रिसमस का आचरण विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है, और यह त्योहार विभिन्न देशों और कल्चरों में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। यह त्योहार चर्च जाने, उपहार देने, सजावट करने, क्रिसमस पेड़ सजाने, सांता क्लॉज के आगमन का इंतजार करने, और ख़ास भोजन बनाने के साथ मनाया जाता है।
क्रिसमस का मनाने का तरीका विभिन्न हो सकता है, लेकिन इसका मूख्य उद्देश्य हमेशा यीशु मसीह के जन्म की खुशी के साथ उसकी महत्वपूर्ण घटना को याद करना और मनाना होता है, और इसे प्यार और आदर के साथ परिवार और दोस्तों के साथ साझा करने का अवसर प्रदान करता है।
निष्कर्ष ( Conclusion )
क्रिसमस (Christmas) एक बड़ा पूरे विश्व में मनाया जाने वाला धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है, जिसे हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन यीशु मसीह के जन्म की खुशी के साथ मनाया जाता है, और यह एक परिवारिक और सामाजिक महत्व का त्योहार है।
क्रिसमस के दिन लोग चर्च जाते हैं, उपहार देते हैं, सजावट करते हैं, और अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं। क्रिसमस का पेड़ सजाया जाता है, और बच्चे सांता क्लॉज के आगमन का इंतजार करते हैं, जिन्हें उनके उपहारों का पता होता है। यह त्योहार मानवता, प्यार, और सजीवता के महत्व को साझा करने का अवसर प्रदान करता है और लोगों को एक-दूसरे के साथ खुश और सजीव रिश्तों का मौका देता है।
उम्मीद है आपको समझ आ गया होगा क्रिसमस क्यों मनाई जाती है।